Latest Gold Price: अगर आप सोने की खरीदारी करने की योजना बना रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। हाल के दिनों में सोने की कीमतों में हल्की गिरावट देखने को मिली है, जिससे निवेशकों और गहने खरीदने वालों दोनों को राहत मिली है। भारत जैसे देश में, जहां सोना सिर्फ आभूषण नहीं बल्कि परंपरा और निवेश का प्रतीक माना जाता है, वहां इसकी कीमतों में हर हलचल मायने रखती है।
सोना सस्ता क्यों हो रहा है?
ग्लोबल मार्केट में डॉलर की मजबूती और ब्याज दरों में मामूली बढ़ोतरी के चलते सोने की मांग थोड़ी कम हुई है। वहीं देश के भीतर भी त्योहारी मांग में थोड़ी सुस्ती और कुछ नीतिगत फैसलों का असर सोने की कीमतों पर पड़ा है। इसी वजह से हाल के दिनों में सोने के दाम कुछ कम हुए हैं, जो खरीददारी का अच्छा मौका बन सकता है।
22 कैरेट और 24 कैरेट में क्या फर्क है?
22 कैरेट सोना आमतौर पर गहनों के लिए उपयोग किया जाता है क्योंकि इसमें थोड़ी मजबूती रहती है। इसकी शुद्धता लगभग 91.6% होती है। वहीं 24 कैरेट सोना 99.9% शुद्ध होता है और यह ज्यादातर सिक्कों और बार्स के रूप में निवेश के लिए लिया जाता है। दोनों की कीमतों में फर्क उनकी शुद्धता के आधार पर होता है और मार्केट रेट इन्हें अलग-अलग तय करता है।
आज का ताजा सोने का रेट आपके शहर में
आज के दिन भारत के प्रमुख शहरों में 22 कैरेट सोने की कीमत करीब ₹9,075 प्रति ग्राम है जबकि 24 कैरेट सोना ₹9,900 प्रति ग्राम के आस-पास बिक रहा है। हालांकि, यह दरें शहर और ज्वेलर्स के अनुसार थोड़ी बहुत ऊपर-नीचे हो सकती हैं। इसलिए खरीदने से पहले अपने स्थानीय बाजार में रेट की पुष्टि जरूर करें।
10 ग्राम में कितनी कीमत बनेगी?
अगर आप 10 ग्राम सोना खरीदना चाहते हैं तो 22 कैरेट सोने की कीमत लगभग ₹90,750 के आसपास पड़ेगी और 24 कैरेट के लिए आपको करीब ₹99,000 चुकाने होंगे। यह दरें टैक्स और मेकिंग चार्ज को छोड़कर हैं, जिन्हें जोड़ने के बाद अंतिम कीमत तय होती है।
क्या यह खरीदारी का सही समय है?
अगर आप लंबे समय से सोना खरीदने का मन बना रहे थे, तो यह समय आपके लिए अनुकूल हो सकता है। क्योंकि हालिया गिरावट के कारण सोना कुछ हद तक सस्ता हुआ है और इसके फिर से बढ़ने की संभावना बनी रहती है। निवेशकों के लिए 24 कैरेट सोना और आम उपयोग के लिए 22 कैरेट सोना एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
सोना खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें
सोना खरीदते समय उसकी शुद्धता की जांच ज़रूर करें। BIS हॉलमार्क वाला सोना ही लें ताकि भविष्य में कोई परेशानी न हो। इसके अलावा बिल ज़रूर लें जिसमें GST और मेकिंग चार्ज स्पष्ट रूप से दर्ज हो। कोशिश करें कि किसी भरोसेमंद ज्वेलर से ही खरीददारी करें और डिजिटल पेमेंट का उपयोग करें ताकि ट्रांजैक्शन का रिकॉर्ड बना रहे।
सोने की कीमतें कैसे तय होती हैं?
सोने की कीमतें रोज़ाना बदलती हैं और यह अंतरराष्ट्रीय बाजार, डॉलर की स्थिति, देश की मांग और आपूर्ति के हिसाब से तय होती हैं। भारत में यह कीमतें ज्वेलर्स एसोसिएशन और मल्टी-कमॉडिटी एक्सचेंज से तय होती हैं। इसके अलावा सरकार की नीतियां और टैक्स भी सोने के रेट पर प्रभाव डालते हैं।
क्या आने वाले समय में सोना और सस्ता होगा?
अर्थशास्त्रियों का मानना है कि अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महंगाई दर नियंत्रित होती है और ब्याज दरों में कोई बड़ा बदलाव नहीं आता तो सोने की कीमतों में स्थिरता रह सकती है। हालांकि, किसी भी वैश्विक घटना या वित्तीय संकट की स्थिति में सोना फिर से महंगा हो सकता है। ऐसे में खरीददारी का फैसला जल्द लेना समझदारी हो सकती है।
निष्कर्ष
इस समय जब सोने की कीमतों में गिरावट आई है, यह एक बेहतर मौका हो सकता है अपने निवेश या गहनों की खरीददारी के लिए। 22 कैरेट और 24 कैरेट दोनों ही रेट आपके बजट और जरूरतों के अनुसार विकल्प देते हैं। लेकिन कोई भी फैसला लेने से पहले अपने स्थानीय बाजार में रेट और टैक्स की जानकारी जरूर ले लें।
अस्वीकृति
इस ब्लॉग पोस्ट में दी गई सभी जानकारी केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से प्रस्तुत की गई है। इसमें उल्लिखित सोने की कीमतें अनुमानित हैं और बाजार की स्थितियों के अनुसार कभी भी बदल सकती हैं। विभिन्न शहरों और ज्वेलर्स के अनुसार दरों में अंतर हो सकता है, और इसमें GST, मेकिंग चार्ज या अन्य टैक्स शामिल नहीं होते हैं।
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